विवाह वशीकरण मंत्र

विवाह वशीकरण मंत्र


विवाह एक सामाजिक पद्धिति है । लड़का हो या लड़की एक उम्र के बाद उनके परिवार को उनके विवाह की चिंता सताने लगती है । प्राचीन समय से ही युवा मनपसंद जीवनसाथी पाने के लिए प्रयासरत रहते है । उनके माता पिता की भी यही कोशिश होती है ही की उन्हें सुयोग्य जीवनसाथी की प्राप्ति हो । कुछ लोग इस प्रयासरत में सफल होते और कुछ असफल । ज्योतिष शास्त्रों में मनपसंद जीवनसाथी को पाने के लिए कुछ उपायों का उलेख किये है । इनका प्रयोग करके मनपसंद जीवनसाथी प्राप्त किया जा सकता है |

विवाह वशीकरण मंत्र

ज्योतिष शास्त्रों में विवाह के लिए मंत्र तथा प्रयोग विधि निम्नलिखित है :-

विवाह मंत्रा :- “ॐ लक्ष्मी नारायण नाम: ”

प्रयोग विधि :- इस मंत्र का प्रारंभ शुक्ल पक्ष के गुरूवार से करें । विष्णु और लक्ष्मी जी की मूर्ति या फोटो के आगे इस मंत्र का रोज तीन- तीन मालाओं का जाप करें । मंत्र जाप करने के लिए ‘स्फटिक’ की माला का प्रयोग करें| तीन महीने तक प्रत्येक गुरूवार को मंदिर में प्रसाद चढ़ाएं और विवाह की सफलता के लिए प्रर्थना करें ।

प्रेम -विवाह में यदि अड़चन आ रही है तो निम्लिखित मंत्र का जाप करना चाहिए |

मंत्र :-

“केशवी केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता,

रूद्र रूप रूद्र मूर्ति : रुद्राणी रूद्र देवता ।”

प्रयोग विधि :-

अपने प्रेमी या प्रेमिका को अपने मन में रखकर उपरोक्त मन्त्र से भगवान् श्री कृष्ण की आराधना करें| प्रत्येक शुक्रवार राधा – कृष्ण की मूर्ति , प्रतिमा या तस्वीर या मंदिर में जाकर इन मन्त्रों का उच्चारण सच्चे मन से १०८ बार पाठ करें । तीन माह के अंदर आपके प्रेम विवाह में आ रही हर अड़चन दूर हो जाएगी|

जीवन में कई बार ऐसा होता हैं कि किसी से प्यार तो करते हैं परंतु उसे प्राप्त नहीं कर पाते । अपने प्रेम को करने के लिये ज्योतिशास्त्र में वर्णित उपाय निम्नलिखित हैं ।

  • कृष्ण मंदिर में बासुरी और पान अर्पण करने से प्रेम प्राप्ति होती हैं ।
  • यदि किसी ओ अपना बनाने की कामना मन में हैं तो माँ दुर्गा की आराधना करनी चाहिए । माँ दुर्गा को लाल रंग की ध्वजा चढ़ाये व प्रेम की सफलता की मनोकामना मांगे ।
  • शहद में रुद्राभिषेक करने से भी मनचाहा प्रेम मिलता है ।
  • सोलह सोमवार के व्रत से योग्य , सुन्दर , सुशील और प्रेम करने वाला जीवन साथी मिलता है ।

आपल या हीरा धारण करने से प्रेम – विवाह संबंधों को विवाह तक पहुँचाने में सहायता मिलती है ।

  • प्रेम – विवाह में सफलता प्राप्ति के लिये शुक्ल पक्ष में प्राण प्रतिष्ठित असली नेपाली गौरी – शंकर रुद्राक्ष वाइट गोल्ड में धारण करें ।
  • एक – दूसरे को हिरा भेंट करना बहुत ही शुभ होता है , हीरे के स्थान पर अमरीकन डाईमंड भी उपहार में दे सकते है । इससे आपके बीच का प्रेम बढ़ेगा । पर धयान रहें की हीरा काला या नीला न हो |
  • सफेद वस्त्र धारण करके किसी भी धार्मिक स्थान पर लाल गुलाब व चमेली का इत्र अर्पित करें व् अपने प्रेम की सफलता की प्रार्थना सच्चे मन से करें, लाभ मिलेगा ।
  • यदि कन्या को स्वयं अपने विवाह के लिए लड़के के परिवारवालों को मानाने के लिए जाना हो ,तो कन्या पीले कपड़े , पीली चूड़ियां पहनकर सोमवार ,बृहस्पतिवार, शुक्रवार या पूर्णिमा के दिन लड़के के घर वालों से मिलने जाएँ और उन्हें कोई भी पीली मिठाई , दूध की चॉक्लेट , पीले फूलों का गुलदस्ता, अच्छा सा इत्र और कोई अच्छी सी कलम भेट करें , उसे लड़के के घर वालों से आसानी से मान्यता प्राप्त हो जाएगी ।
  • सरसों के तेल में सिक्के गेहूं के आटे व पुराने गुड़ से तयार सात पुए, सात मदार (आक ) के पुष्प , सिन्दूर , आटे से तैयार सरसों के तेल का रुई की बत्ती से जलता दीपक , पत्तल या अरंडी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात को किसी चौराहें पर रखें और कहें -‘ हे मेरे दुर्भाग्य में तुझे यही छोड़ के जा रहा हूँ कृपा करके मेरा पीछा ना करना ।’ सारा सामान रखकर पीछे न देखे । इससे आपके विवाह में आ रहें परेशानियों का निवारण हो जायेगा |
  • कन्या जब किसी कन्या के विवाह में जाएँ तो वह लग रही दुल्हन की मेंहदी से थोड़ी मेंहदी दुल्हन से अपने हाथों में लगवाएं जिससे विवाह का रुका हुआ शादी का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा ।
  • विवाह योग्य युवक -युवती पूर्णिमा को वट- वृक्ष की १०८ परिक्रमा देने से भी विवाह बाधा दूर होती हैं ।
  • गुरूवार को वट – वृक्ष , पीपल , केले के वृक्ष पर जल अर्पित करने से विवाह बाधा दूर होती है ।
  • यदि कन्या की आयु होने के बाद भी कन्या के विवाह में बाधा आ रही है तो शुक्रवार की रात्रि में ८ छुहारों को जल में अच्छी तरह उबालकर जल सहित अपने सिराहने पर रखकर सोएं और उसे अगले दिन शनिवार को बहते जल में प्रवाहित कर दे| इस उपाय को करने से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं|

मनचाहें प्रेम विवाह के वशीकरण के मन्त्र निम्नलिखित हैं ।

मंत्र :-

“ॐ हूं ही स: कृष्णाय नमः”

प्रयोग विधि :-

भगवान् श्री कृष्ण के राधा जी के साथ प्रेममय स्वरूप का ध्यान करें । भगवान् के ऐसे चित्र या मूर्ति को लाल / गुलाबी रंग के गोटेदार वस्त्र पर स्थापित करके धूप, दीप, पुष्प , इत्र मीठा अर्पित करके गुलाबी रंग के आसान पर बैठकर चन्दन की माला से नित्य एक माला इस मन्त्र का जाप करें । मन्त्र जाप के बाद भगवान् को शहद के छीटे दे ।

प्रेम विवाह की सफलता पाने के लिए व्यकि को स्वयं की जन्मकुंडली में सप्तमेश या सप्तम भाव में विराजमान ग्रह की शांति आवश्यक करवा लेनी चाहिए । इससे प्रेम में सफलता प्राप्त होगी । और हां गिफ्ट में कभी काले रंग की वास्तु अपने प्रेमी को उपहार स्वरुप कभी भी न दे ।

प्रेम प्रसंग में कभी- भी किसी पर भी ( चाहें वो लड़का हो या लड़की ) वशीकरण या सम्मोहन का प्रयोग तभी करना चाहिए जब आपका प्रेम उसके प्रति सच्चा हो तथा आपकी भावना उसके लिए निश्छल हो । साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए की आप उसके योग्य हो तथा उसे प्रसन्न रख पाएंगे तभी आपको उपरोक्त दिए वशीकरण के प्रयोग काम में लाने चाहिए । यदि इनकी सहायता से आप किसी का अहित करने की सोचेंगे तो निश्चय ही आप स्वयं का अहित करेंगे ।

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